जयपुर: जयपुर नगर निगम मुरलीपुरा ज़ोन की बेशकीमती सरकारी जमीन पर पिछले करीब पाँच साल से चल रहे अवैध निर्माण और कब्जों को हटाने के लिए निगम की टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची, लेकिन कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध जताते हुए हंगामा कर दिया। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और कई लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार, खसरा नंबर 1181, जो नगर निगम की जमीन है, सनसिटी वार्ड नंबर 1, नराला की ढाणी के बीच स्थित है। इस भूमि पर कई लोगों ने वर्षों से अवैध निर्माण कर कब्जा कर रखा था, जिसकी शिकायतें लगातार निगम को मिल रही थीं। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जब निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची, तो वहां मौजूद लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।
निगम के कनिष्ठ अभियंता लोकेश सैनी ने बताया कि कार्रवाई शुरू होते ही कुछ लोगों ने निगम को कागजात दिखाने से इनकार कर दिया और उलझ पड़े। जब निगम ने अतिक्रमण हटाना जारी रखा, तो भीड़ ने मौके पर आग लगा दी, पत्थर फेंकने की कोशिश की और निगम के वाहनों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। स्थिति बेकाबू होते देख निगम टीम ने कंट्रोल रूम में सूचना दी।
सूचना मिलते ही हरमाड़ा थाना प्रभारी उदय सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किया। निगम अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने राजकार्य में बाधा डालने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इसी दौरान, शिकायतकर्ता रामस्वरूप कुमावत ने भी आरोप लगाया कि अतिक्रमणकारियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। कुमावत ने थाने में आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ अलग से रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुटी है और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर प्रशासन सख्त दिखाई दे रहा है।





